बड़वानी।
पनवाड़ी मोहल्ला स्थित मदरसा ख्वाजा गरीब नवाज का सोलहवां सालाना जलसा (16वां सालाना जलसा) अत्यंत उत्साह और धार्मिक माहौल में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मदरसा के 40 बच्चों ने नात शरीफ, तकरीर, सवाल-जवाब और सामूहिक मनक़बत पेश करके अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
🎤 कार्यक्रम की मुख्य प्रस्तुतियाँ:
- तिलावत: कार्यक्रम की शुरुआत उमर शेख द्वारा तिलावत-ए-कलाम पाक से हुई।
- नात और हम्द: नवाज मंसूरी व जेबा शेख ने ‘धरती पर नबी जी आवत है’, ‘आए मोहम्मद मुस्तफा सखियों पढ़ो सल्ले अला’ और ‘सरकार का नौकर हूं कोई आम नहीं’ जैसी दिलकश नात शरीफ पेश कीं।
- ग्रुप नात (संदेश): मरियम, जैनब, नूर फातिमा और आतिफा ने ग्रुप नात में ‘फैशन से मोहब्बत क्यों, परदे से नफरत क्यों’ और ‘तन ढाक कर पर्दे से, अजमत को बचा अपनी’ जैसे मजबूत सामाजिक संदेश दिए।
- तकरीर (धार्मिक ज्ञान): जरीन तस्लीम ने अल्लाह और उसके रसूल की इताअत पर तकरीर पेश करते हुए अल्लाह की जात को वाहदहु ला शरीक बताया।
- ऐतिहासिक प्रस्तुति: बुशरा फिरोज ने ‘अपना बैतूल मुकद्दस बचाने के लिए, मेरे बच्चे अबाबील बन जाएंगे’ कलाम पढ़ा। आसिफा अकरम ने माता फातिमा और उनके परिवार की अजमत को दर्शाया।
- देशप्रेम का पैगाम: आसिफा और आयशा ने ‘ए वतन मिसल जन्नत बनाया तुझे, दुश्मनों के गजब से बचाए तुझे’ कलाम से मुल्क से मोहब्बत का जोरदार पैगाम दिया।
🤝 गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति:
कार्यक्रम अयूब झाड़ोदिया की सदारत में मुनक्कित हुआ। इस दौरान सुन्नत मुस्लिम जमात के सदर अब्दुल कयूम कुरैशी, हाजी सादिक शेख (रिटायर्ड सीएमओ), जमात के सेक्रेटरी अ.मजीद शेख, सादिक चंदेरी, सूफी समीर शेख, जावेद जनाब बिरयानी, अमजद मंसूरी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामय उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का संचालन मदरसा ख्वाजा गरीब नवाज के सदर हाजी अब्दुल रहीम तिगाले ने किया, और आभार प्रदर्शन हाजी मुस्लिम शेख ने किया।






