बडवानी | ठान गांव में शरद पुर्णिमा पर शनिवार रात को जय माता दी गरबा मंडल ठान के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया,जो आठवां वर्ष से लगातार महारस गरबा मंडल का आयोजन किया गया।* जिस मध्यप्रदेश ओर महाराष्ट्र के करीब 43टीमो ने भाग लिया। ओर राज्यसभा सांसद डॉ सुमेर सिंह सोलकी ओर गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा मां दुर्गा जी कि फोटी पर माल्यार्पण कर पुजा पाठ कर आरती कि गई, तत् पश्चात डॉ सुमेर सिंह सोलकी ओर गणमान्य व्यक्ति के द्वारा तमाम गरबा नृत्य टीमो कि शुरुआत कि गई,ओर पहला गरबा नृत्य कदवालिया गरबा मंडल ने गरबे के गीतों पर गरबा खेल कर शुरुआत कि,ओर यह गरबा रात 9बजे से सुबह 11बजे समाप्त हुआ,ओर गरबा मंडल की सभी टीमो को सांत्वना पुरस्कार के रुप में सभी गरबा मंडल नृत्य टीमो को 5000हजार रुपये डॉ सुमेर सिंह सोलकी कि ओर से दिया गया,ओर साथ ही गरबा मंडल कि प्रथम विजेता गरबा मंडल नवदीप गरबा मंडल को 31000/-रुपये नगद पुरस्कार दिया गया,ओर द्वितीय पुरस्कार रेटाई राजपुर कि गरबा मंडल को 21000/-रुपये नगद दिया गया, तृतीय स्थान पर महादेव शिरवेल गरबा मंडल खरगोन को 15000/-नगद पुरस्कार दिया गया सभी गरबा मंडल नृत्य टीमो को राज्यसभा सांसद डॉ सुमेर सिंह सोलकी कि ओर से नगद पुरस्कार ओर ट्रॉफी प्रदान कि गई, ओर *राज्यसभा सांसद डॉ सुमेर सिंह सोलकी ने सभी को संबोधित किया कि हमें मा दुर्गा कि भक्ति कायम रखें और निरंतर पुजा पाठ करे,ओर श्रध्दा भक्ति से जुड़ने ओर* नाशे से दुर रहे ओर आत्मिक शक्ति भक्ति के साथ शिक्षा ओर समाज में भी अच्छे कार्य करे तकि माता रानी हमारे कार्य को देखकर हमें शक्ति प्रदान करे।ओर पुरा गांव भक्ति में दुधिया रोशनी में चमक रहा है ओर सभी आस पास के सेंकड़ों महिला पुरुष बच्चे जवानों ने गरबों के माध्यम से पुजा भक्ति में डूबे ओर तालियां बजये गरबो का आनंद लिया ओर गरबा मडलो कि टीमो ने भक्ति में गीतो से आराधना भक्ति में झुमे ओर डाडीयो कि आवाजें पूरे पंडाल में गुंजने लगी ओर आने वाले सालो में भी महारस गरबा प्रतियोगिता का आयोजित किया जायेगा, शैलेन्द्र सोलकी आयोजन समिति के सदस्य ने कहा,ओर यह जय मां दी गरबा मंडल का आठवां वर्ष है ओर आने वालो सालो ओर अच्छा किया जायेगा, आयोजन समिति अध्यक्ष हरीम सोलकी उपाध्यक्ष रेवा सिंह सोलकी सरपंच मोहन सिंह उपसरपंच मंशाराम जमरे शांतिलाल जमरे राकेश सोलकी मुकेश सोलंकी आदि,ओर सुरक्षा के लिए गांव कि गरबा मंडल कि सिमित ओर पुलिस प्रशासन मोजूद रहा।





