पर्यटन स्थल के रुप में उभरने लगा जागीरदारपुरा, एकलरा बसाहट होकर आसानी से पहुंच रहे श्रद्धालु
-जल जमाव रोकने के लिए गिट्टी-पत्थर से कर रहे भराव

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बड़वानी। शहर के समीप राजघाट के जागीरदारपुरा में बनाए नवीन घाट क्षेत्र में इन दिनों श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ने लगी हैं। दो-ढाई माह पूर्व तक सूनसान क्षेत्र अब नवीन घाट निर्माण के बाद पर्यटन स्थल के रुप में उभरने लगा हैं। प्रतिदिन लोग यहां धार्मिक, अध्यात्मिक और प्राकृतिक सुकून का आनंद उठाने यहां पहुंच रहे हैं। हालांकि बैकवाटर में बढ़ोतरी के मद्देनजर मार्ग व घाट किनारे गिट्टी-पत्थरों का भराव किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि सरदार सरोवर बांध परियोजना के चलते राजघाट-कुकरा के घाट-मंदिर जलमग्न हो चुके है। ऐसे में पुराने फिल्टर प्लांट के समीप तक बैकवाटर पहुंच चुका हैं। वहां सड़क किनारे व कच्ची जगह पर ही श्रद्धालु पूजन-अर्चन व स्नान कर रहे हैं। वहीं राजघाट के पास टापू क्षेत्र के जागीरदारपुरा में बीते माहों में समिति द्वारा ताबड़तोड़ प्रयास कर घाट का निर्माण कराया हैं। साथ ही जागीरदारपुरा क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए अन्य सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। इससे बैकवाटर के उच्च लेवल में लोग यहां पहुंचकर मां नर्मदा के पूजन-दर्शन व स्नान का आनंद उठा पा रहे हैं। शहर के कृषि मंडी के पीछे कुकरा व एकलरा बसाहट के समीप से होकर आसानी से श्रद्धालु जागीरदारपुरा घाट तक आवाजाही कर पा रहे हैं। वहीं समिति द्वारा बैकवाटर के बढ़ने से सड़क तक पहुंच रहे पानी को रोकने के लिए गिट्टी, पत्थरों का भराव किया जा रहा हैं। श्रद्धालुओं के लिए यहां शेड लगाने की भी व्यवस्था की जा रही हैं।