सेंधवा मंडी में किसानों का आंदोलन दूसरे दिन भी जारी: मक्का के सही दाम की मांग पर स्टेट हाईवे पर चक्काजाम, प्रशासन के समझाने के बावजूद नहीं माने किसान

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बड़वानी। सेंधवा कृषि उपज मंडी में मक्का के कम दाम मिलने से नाराज किसानों का आंदोलन शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। सुबह 10 बजे जैसे ही मक्का की नीलामी शुरू हुई, किसानों ने कम बोली लगने पर फिर विरोध जताया और स्टेट हाईवे पर चक्काजाम कर दिया।किसानों का आरोप है कि मंडी में मक्का की खरीदी पुरानी व्यवस्था के अनुसार की जा रही है और उन्हें उनकी उपज का वाजिब मूल्य नहीं मिल रहा। किसानों का कहना है कि सरकार को मक्का का समर्थन मूल्य तय कर घोषणा करनी चाहिए, ताकि व्यापारी मनमानी न कर सकें।धरना स्थल पर सेंधवा एसडीएम आशीष कुमार और मंडी अधिकारी पहुंचे तथा किसानों और व्यापारियों के बीच बैठक की। चर्चा के दौरान मॉयश्चर (नमी) को लेकर तीखी बहस हुई। व्यापारियों का कहना है कि सरकार की ओर से मक्का का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है, जबकि किसान यह मांग कर रहे हैं कि नमी के अनुसार दर तय की जाए।

सेंधवा-खेतिया स्टेट हाईवे पर चक्काजाम कर दिया

इस बीच, किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष सिलदार सोलंकी के नेतृत्व में सैकड़ों किसान मक्का से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर किला गेट चौराहा पहुंचे और सेंधवा-खेतिया स्टेट हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम के दौरान किसानों ने नारेबाजी की और अपनी मांगों पर डटे रहे। हालांकि, किसानों ने एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड वाहनों को रास्ता देने की सहनशीलता दिखाई।मौके पर सेंधवा शहर और ग्रामीण थाना पुलिस बल तैनात रहा। थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन ने वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से निकालने की व्यवस्था की ताकि आमजन को परेशानी न हो।

रात में नीलामी नहीं हुई

किसान नेता सोलंकी ने बताया कि शुक्रवार को देर रात तक चले धरना-प्रदर्शन के बाद एसडीएम ने नीलामी शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन रात में नीलामी नहीं हुई। सुबह जब फिर से पुरानी व्यवस्था में खरीदी शुरू हुई तो किसान भड़क उठे और दोबारा धरने पर बैठ गए। किसानों का कहना है कि यदि उन्हें 800 रुपए प्रति क्विंटल तक का भाव भी मिले तो वे तैयार हैं, लेकिन व्यापारियों की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक मक्का की खरीदी का पारदर्शी और न्यायसंगत मूल्य निर्धारण नहीं किया जाता, आंदोलन जारी रहेगा।चक्काजाम के चलते हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इस दौरान किसान शांतिपूर्वक बैठे रहे और प्रशासन से समाधान की मांग करते रहे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का समर्थन

रात करीब 10 बजे किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष सिलदार सोलंकी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को स्थिति की जानकारी दी। पटवारी ने तत्काल वीडियो कॉल के जरिए किसानों से बात की और कहा आप डरो मत, लड़ो और लड़ते रहो। मैं खुद कलेक्टर से बात करूंगा।पटवारी ने कहा कि वे जल्द ही बड़वानी आकर किसानों की समस्या को लेकर प्रशासन और सरकार से सीधी चर्चा करेंगे। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार किसानों की फसल का सही मूल्य देने में नाकाम रही है, जिसके चलते किसानों को अपनी मेहनत का वाजिब हक नहीं मिल पा रहा है।

प्रशासन क्या बोला

एसडीएम आशीष कुमार ने बताया कि करवा चौथ पर्व के कारण कई व्यापारी नीलामी में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन अब शनिवार से नीलामी सुचारु रूप से शुरू कर दी गई है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी हर वाजिब मांग पर विचार किया जाएगा और मंडी में किसी भी तरह की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।