✨ महादान की मिसाल: कसरावद के अशोक राठौड़ के निधन पर परिजनों ने किया नेत्रदान, दो जिंदगियां होंगी रोशन 👁

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कसरावद (खरगोन)। अनीस खान

कसरावद नगर के राठौड़ समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति श्री अशोक राठौड़ का रविवार को आकस्मिक निधन हो गया। परिवार पर दुख का पहाड़ टूटने के बावजूद, उनके परिजनों ने एक अत्यंत सराहनीय और प्रेरणादायक निर्णय लेते हुए उनके नेत्रदान किए, जिससे दो लोगों की जिंदगी में उजाला हो सकेगा।

💔 निधन और नेत्रदान का निर्णय:

आकस्मिक निधन: रविवार सुबह श्री अशोक राठौड़ की तबियत अचानक खराब हो गई, जिसके बाद परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए, लेकिन उनका निधन हो गया।

पुत्र की पहल: परिवार पर आए इस वज्रपात के बावजूद, पुत्र रोशन राठौड़ और अन्य परिजनों ने समाजसेवी विजय राठौड़ की पहल पर नेत्रदान कराने का फैसला किया।

प्रक्रिया: नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी करने के लिए खरगोन जिला चिकित्सालय से नेत्र सहायक उदय सिंह राठौर की टीम कसरावद पहुँची।

सहयोग: इस नेक कार्य में समाजसेवी विजय राठौड़, डॉ. आशीष दुबे एवं डॉ. संजय पटेल ने सहयोग किया।

🗣️ चिकित्सकों ने सराहा:

चिकित्सकों ने इस महादान के लिए परिजनों की सराहना की। उन्होंने कहा कि:

💡 महादान: नेत्रदान वर्तमान में महादान है, क्योंकि दृष्टिहीन लोगों के लिए आँखों का कोई विकल्प नहीं है।

जीवनदान: एक नेत्रदान से दो लोगों की जिंदगी रोशन होती है, इसलिए समाज को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।

अंतिम संस्कार:

स्वर्गीय श्री अशोक राठौड़ धार्मिक प्रवृत्ति के और सामाजिक कार्यों में सक्रिय थे। दोपहर 3 बजे नर्मदा तट मरकटी संगम पर उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में सामाजिक और व्यापारी वर्ग के लोग शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।