दीक्षार्थी बहनों का निकली बनौली,हुई गोद भराई
मोक्ष मार्ग की राह पर चल कर आर्यिका दीक्षा लेंगी

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बड़वानी | बाल ब्रह्मचारिणी आगामी 7 फरवरी 2026 को महाराष्ट्र में दिगंबर जैन धर्म के ज्येष्ठ और श्रेष्ठ वरिष्ठ आचार्यों में से एक गणधाराचार्य कुंथू सागर जी महाराज एवं आचार्य श्री देव नंदी जी महाराज के वरद हस्त से महाराष्ट्र के नांद गांव निवासी बाल ब्रह्मचारिणी मोनिका दीदी और मध्य प्रदेश के शाहगढ़ निवासी बाल ब्रह्मचारिणी नेहा दीदी की आर्यिका दीक्षा होगी और इसके पूर्व दोनों दीदी बड़वानी के निकट स्थित सिद्ध क्षेत्र बावनगजाजी, अतिशय क्षेत्र पार्श्वगिरी तथा यहां पर विराजित तीन आर्यिका संघों के दर्शनार्थ पधारी थी ,जैन समाज के डॉक्टर निलेश जैन की ममेरी बहन लगती है के निवास पर गोद भराई का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ और समाज जन ने बैंड बाजों के साथ दोनों दीक्षार्थी बहनों की बिनौली बग्घी
पर सवार करवा कर नगर के मुख्य मार्ग से निकाली जहां पूरे रस्ते भर समाज के लोगों द्वारा दोनों बहनों की गोद भराई की रस्म कर स्वागत सम्मान किया साथ ही पूरे रस्ते भक्ति मय नृत्य कर तपस्वी दीक्षार्थियों की जय जय कार कर अनुमोदना कर रहे थे, जैन मंदिर में जाकर दोनों दीक्षार्थी दीदियों ने भगवान के दर्शन किए ।
  दोनों दीदियों को ब्रह्मचर्य व्रत लिए 15 वर्ष हो गए है और ये वृत आचार्य कुनथु  सागर जी ,देवनंद जी महाराज के द्वारा  प्रदान किए गए थे दोनों दीदियों ने आचार्य देवनंदी जी महाराज की शिष्या समाधिस्थ आर्यिका सुमंगला श्री, कांति श्री ,स्वस्ति श्री माता के संघस्थ थी और इन तीन माताजी की प्रेरणा से ही संसार की चकाचौंध से दूर होकर मोक्ष मार्ग के
की राह को चुन लिया मोनिका दीदी की लौकिक शिक्षा बी एस सी है और पिता का नाम वीर चंद जी पांडे है और नेहा दीदी ने डबल एम ए किया है और वे मध्यप्रदेश के शाहगढ़ के सुरेश चंद्र जी जैन की पुत्री है ने भी मोक्ष की राह को अपनाया ,इस सांसारिक जीवन की असारता से बिल्कुल भी मोह ना रखते हुए मोक्ष मार्ग के कंटीले मार्ग को चुना, इसके पूर्व दोनों दीदियों ने आगम मति जी माताजी, क्षमा श्री माताजी,सुखद श्री माताजी , विकुंदन श्री माताजी और विश्व रत्न श्री माताजी से बावनगजा जी और पार्श्वगिरी में आशीर्वाद प्राप्त किया ,बिनौली में समाज के महिला,पुरुष,बच्चे,और क्षमा श्री माताजी के संघस्थ ब्रह्मचारिणी आशा दीदी भी उपस्थित रही ।