✨🧹 स्वच्छता केवल औपचारिकता नहीं! कलेक्टर जयति सिंह की अध्यक्षता में स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 की एक दिवसीय कार्यशाला, अधिकारियों को दिए कचरा पृथक्करण और सीवरेज पर सख्त निर्देश

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बड़वानी ।

​कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागृह बड़वानी में स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 की तैयारियों को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्रीमती सिंह ने स्पष्ट किया कि स्वच्छता सर्वेक्षण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि नागरिकों को बेहतर स्वच्छता सेवाएँ और स्वस्थ वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक निरंतर प्रयास है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशों का पालन पूरी गंभीरता और जवाबदेही के साथ करने को कहा।

कलेक्टर द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश

​कलेक्टर श्रीमती सिंह ने सभी नगरीय निकायों के अधिकारियों (सीएमओ) को स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन के लिए निम्नलिखित 7 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया:

  1. शत-प्रतिशत पृथक्करण: नगरीय क्षेत्रों में कचरे को गीला, सूखा और खतरनाक अपशिष्ट में उनके स्रोत पर ही 100% पृथक्करण सुनिश्चित किया जाए। सभी सीएमओ को फील्ड पर टीम के साथ इस कार्य को सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।
  2. नागरिक जागरूकता: नागरिकों में स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उनकी सहभागिता (फीडबैक) को प्रेरित करना आवश्यक है।
  3. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन: ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए और वार्डों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया जाए।
  4. सीवरेज परियोजना: निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट परियोजना की गुणवत्ता पर कोई समझौता न हो और इसे समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए, ताकि दूषित जल का उचित उपचार सुनिश्चित हो सके।
  5. नियमित साफ-सफाई: सार्वजनिक शौचालय, पार्किंग स्थल, नालियाँ, और अन्य सार्वजनिक स्थानों की नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।
  6. रैंकिंग मूल्यांकन: सभी सीएमओ पिछली रैंकिंग एवं स्कोर का अवलोकन करें और सप्ताहवार कैलेंडर तैयार कर उसके अनुरूप कार्य करें।
  7. ट्रिपल आर पद्धति: सार्वजनिक स्थानों का सुधार ‘ट्रिपल आर’ (Reduce, Reuse, Recycle) पद्धति पर किया जाए।

कार्यशाला के दौरान सभी नगरीय निकायों के सीएमओ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।