योग-प्राणायाम विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा; JIT बोरावां में 200 छात्रों ने लिया ‘यस प्लस’ प्रशिक्षण

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कसरावद (बोरावां), 13 दिसम्बर 2025।

संवाददाता: अनीस खान

​कसरावद के बोरावां स्थित जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (JIT) में प्रथम वर्ष कंप्यूटर साइंस के 200 से अधिक विद्यार्थियों के लिए तीन दिवसीय ‘यस प्लस (Yes Plus)’ कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ. अतुल उपाध्याय और डीन एकेडमिक डॉ. सुनील सुगंधी के मार्गदर्शन में 11 से 13 दिसंबर तक आयोजित इस कार्यक्रम में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा प्रणीत तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया, जिसका संचालन योग गुरु एवं प्रशिक्षक श्रीमती अंजलि उपाध्याय ने किया।

​तनावमुक्ति और एकाग्रता पर ज़ोर

​कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को वर्तमान प्रतिस्पर्धात्मक एवं तनावपूर्ण शैक्षणिक वातावरण में मानसिक संतुलन, सकारात्मक दृष्टिकोण, आत्मविश्वास और एकाग्रता विकसित करने के लिए प्रेरित करना था। प्रशिक्षण सत्रों के दौरान छात्रों को सुदर्शन क्रिया, योग, ध्यान, प्राणायाम, श्वास-प्रश्वास तकनीकें, माइंडफुलनेस अभ्यास तथा आत्मविकास से जुड़ी गतिविधियां सिखाई गईं। इन तकनीकों का उद्देश्य दैनिक जीवन में तनाव को नियंत्रित करना, भावनात्मक संतुलन बनाना और अध्ययन में बेहतर प्रदर्शन करना रहा।

​अरुण यादव ने बताया सर्वांगीण विकास का आधार

​कार्यक्रम के समापन पर पूर्व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री अरुण यादव ने विद्यार्थियों को प्रेषित अपने संदेश में कहा कि योग, प्राणायाम सहित आध्यात्मिक गतिविधियाँ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों को न केवल अकादमिक रूप से सशक्त बनाते हैं, बल्कि उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए मानसिक रूप से भी सक्षम बनाते हैं।

​विद्यार्थियों ने साझा किए अनुभव

​प्रशिक्षण के समापन सत्र में विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम से उन्हें मानसिक शांति, तनाव से मुक्ति तथा पढ़ाई में बेहतर एकाग्रता प्राप्त हुई है, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है। समूह गतिविधियों, खेलों और अभ्यास सत्रों में उत्साहपूर्वक सहभागिता से छात्रों में सहयोग की भावना और नेतृत्व क्षमता को भी बढ़ावा मिला।

संस्थान प्रबंधन ने आर्ट ऑफ लिविंग संस्था और प्रशिक्षक श्रीमती उपाध्याय के प्रति आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस प्रकार के प्रेरणादायी कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम को प्रो. विनय देउलकर, प्रो. दीपाली ठाकुर, डॉ. मनीषा ढोबाले, प्रो. नीरज पिपल्दे, राकेश कुमरावत सहित फेकल्टी सदस्यों और वालंटियर के रूप में संस्था की छात्रा तन्वी देउलकर, गीतांजलि कुमरावत का सहयोग सराहनीय रहा।