बड़वानी, 13 दिसम्बर 2025।
दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र बावनगजा पर विराजित उत्कृष्ट समाधि धारक राष्ट्र संत गणाचार्य विराग सागर जी महाराज के शिष्य, भक्तामर महोदधि उच्चारणाचार्य विनम्र सागर जी महाराज के ससंघ सान्निध्य में आज भक्तामर विधान बड़ी ही धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।
आचार्य संघ ने आज पहाड़ पर स्थित मंदिरों की वंदना और भगवान आदिनाथ के चरणों में विशेष ध्यान-साधना की। मुनिसंघ ने चूलगिरी के मंदिरों के दर्शन कर यहाँ से मोक्ष गए इंद्रजीत, कुंभकर्ण और साढ़े तीन करोड़ मुनिराज की भक्तिमय साधना-अर्चना की, जिससे इस रमणीय स्थल पर आचार्य संघ ने एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त की।
धूमधाम से सम्पन्न हुआ भक्तामर विधान
तलहटी के मंदिरों के दर्शन के उपरांत आज आचार्य संघ के सान्निध्य में भगवान का अभिषेक, शांतिधारा और नित्य नियम की पूजन सम्पन्न हुई, जिसके बाद आचार्य श्री का भी पूजन किया गया। तत्पश्चात आचार्य संघ की आहार चर्या हुई।
आचार्य संघ की सामयिक के पश्चात भक्तामर विधान सम्पन्न हुआ, जिसमें श्रावकों ने भगवान आदिनाथ के चित्र का अनावरण कर दीप प्रज्वलन किया। इस दौरान आचार्य श्री को शास्त्र भेंट किया गया और पाद प्रक्षालन किया गया। शाम को उपस्थित श्रावकों ने प्रतिक्रमण, गुरुभक्ति, भगवान की आरती और आचार्य श्री की आरती की। इससे पूर्व आचार्य संघ की आगवानी ट्रस्ट अध्यक्ष विनोद दोशी और ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा आरती उतार कर, पाद प्रक्षालन और श्रीफल भेंट कर की गई।
कल होगा भव्य अभिषेक और दीक्षा दिवस कार्यक्रम
ट्रस्ट अध्यक्ष विनोद दोशी ने बताया कि 14 दिसंबर रविवार को सबेरे हजारों श्रावक-श्राविकाओं के बीच 84 फीट ऊंची भगवान आदिनाथ की प्रतिमा जी के चरणों का अभिषेक और 1008 मंत्रों से शांतिधारा होगी। दोपहर को आहार पश्चात आचार्य श्री का 16वाँ दीक्षा दिवस का कार्यक्रम और प्रवचन आयोजित होंगे। इस कार्यक्रम के लिए बाहर से बड़ी संख्या में यात्रियों का आना प्रारंभ हो गया है।





