सुरों के संगम से दी गई गायक स्वर्गीय सलीम खान को श्रद्धांजलि मानवता और इंसानियत की मिसाल बना बड़वानी का यह सांस्कृतिक आयोजन

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बड़वानी, 23 दिसम्बर 2025।

​बड़वानी के सुप्रसिद्ध गायक स्वर्गीय सलीम खान की स्मृति में आयोजित गीत गायन कार्यक्रम सुरों की लहरियों के साथ मानवता और इंसानियत की एक अनुपम मिसाल बन गया। ‘सुर के साथी’ म्यूजिकल ग्रुप द्वारा आयोजित इस गरिमामय कार्यक्रम में कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से स्वर्गीय खान को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

​माँ सरस्वती के पूजन से हुआ संगीत संध्या का आगाज़

​कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती जया शर्मा और मुनिरा सालीवाला उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुर के साथी ग्रुप की अध्यक्ष पिंकी गुप्ता ने की। विशेष अतिथि के तौर पर मनावर के संदीप जाजमे, खंडवा की सुप्रसिद्ध गायिका पूजा राजपाल और सेंधवा की हिताक्षी गौरव ने शिरकत की।

​देर रात तक गूँजते रहे सुरीले तराने

​कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथियों का पुष्पगुच्छ और मालाओं से भव्य स्वागत किया गया। इसके उपरांत देर रात तक चले संगीत के सफर में खंडवा की गायिका पूजा राजपाल और सेंधवा की हिताक्षी गौरव ने एक से बढ़कर एक शानदार गीतों की प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्होंने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी सुरीली आवाज़ पर पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा।

​स्थानीय और क्षेत्रीय कलाकारों ने बाँधा समां

​श्रद्धांजलि सभा में न केवल बाहरी बल्कि स्थानीय कलाकारों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया। संदीप जाजमे, सुनील परमार, गणेश कुशवाह, रानी मुजाल्दे, सुनीता शुक्ला, सुनीता मौर्य, टोनी सोनी, शैलेन्द्र शर्मा, शैलेन्द्र जाधव, अमजद खान, जाबिर मंसूरी, प्रेम राठौड़ और सबरेश मंसूरी सहित कई गायकों ने स्वर्गीय सलीम खान की याद में गीत गाकर श्रद्धांजलि दी।

​कार्यक्रम का सफल संचालन स्मीता अत्रे और संतोष मुलेवा ने किया, जबकि अंत में राजा परिहार द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया। उत्कृष्ट ध्वनि व्यवस्था के माध्यम से कार्यक्रम को भव्य बनाने में पप्पू गैलेक्सी का विशेष सहयोग रहा। यह आयोजन शहर में संगीत प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।