बिहार में महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने का विरोध: अलीराजपुर मुस्लिम समाज ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

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रफीक कुरैशी

अलीराजपुर, 22 नवम्बर 2025।

​बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान महिला डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब खींचे जाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस घटना के विरोध में अलीराजपुर के मुस्लिम समाज ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए शुक्रवार को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि को सौंपा। समाजजन इसे नारी सम्मान और संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन मान रहे हैं।

​समाजजनों ने जताई कड़ी नाराजगी

​शुक्रवार की नमाज के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग एकत्रित होकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहाँ उन्होंने नायब तहसीलदार भारत भवेलिया को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि सार्वजनिक मंच पर एक महिला डॉक्टर के साथ ऐसा व्यवहार न केवल निंदनीय है, बल्कि यह पूरी नारी जाति का अपमान है। ज्ञापन का वाचन तसद्दुक चंदेरी ने किया।

​”हिजाब, पल्लू और घूँघट मर्यादा का प्रतीक”

​समाज के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि इस घटना को हिंदू-मुस्लिम के नजरिए से नहीं, बल्कि नारी सम्मान के नजरिए से देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति में हिजाब, पल्लू और घूंघट, हर समाज की महिलाओं की आस्था और मर्यादा के प्रतीक हैं। किसी मुख्यमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से ऐसी हरकत करना बेहद शर्मनाक है। बताया जा रहा है कि इस घटना से आहत होकर महिला डॉक्टर कुछ समय के लिए बिहार छोड़कर भी चली गई थीं।

​सार्वजनिक माफी की मांग

​मुस्लिम समाज ने मांग की है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कृत्य के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। समाजजनों ने चेतावनी दी है कि यदि इस पर उचित कार्रवाई या माफीनामा सामने नहीं आता है, तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन और विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

इस अवसर पर जामा मस्जिद सदर इम्तियाज़ खान, पूर्व सदर साबिर बाबा, नायब सदर वसीम कुरैशी, जहिर मुग़ल, मौलाना रमीज बाबा, ईरफ़ान मंसूरी सहित बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद थे।