नायदड ग्राम सभा का ऐतिहासिक फैसला: ‘D-3’ (विदेशी शराब, डीजे, दहेज) पर प्रतिबंध, समाज में एकता और सादगी पर जोर

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अनीस खान
नायदड (कसरावद, खरगोन)।
कसरावद तहसील की ग्राम पंचायत नायदड और आसपास के गाँवों में समाज में तेज़ी से बढ़ रही विदेशी शराब, अत्यधिक दहेज (देजा) और डीजे (D-3) के प्रचलन को रोकने के लिए स्थानीय ग्राम पंचायत भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। मुनादी के बाद आयोजित इस ग्राम सभा में पटेल, पुजारा, सरपंच, बड़वा, बच्चे, बुजुर्गों सहित बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं।

विदेशी शराब पर पूर्ण प्रतिबंध:

बैठक में सर्वसम्मति से समाज में बढ़ते विदेशी शराब के प्रचलन पर पूर्ण रोक लगाने का निर्णय लिया गया। अब समस्त प्रकार की शादियों में सिर्फ सीमित और परंपरा के अनुरूप देशी महुआ दारू और ताड़ी ही चलेगी। विदेशी शराब का सेवन करना और करवाना दोनों पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अलावा, आदिवासी समाज की सभी परंपराओं में अब शराब की पेटी भी प्रतिबंधित रहेगी।

अतिरिक्त डीजे और दहेज पर भी सख्ती:

ग्रामीणों ने लगभग 3-4 घंटे लंबी चर्चा के बाद निर्णय लिया कि समस्त प्रकार के सामाजिक आयोजनों में अब परिवार की ओर से एक कुल डीजे रखने की ही अनुमति होगी। एक से अधिक डीजे लाने पर ग्राम सभा संबंधित परिवार पर जुर्माना लगाएगी (बाराती को छोड़कर)।
इसी तरह, दहेज (देजा) को भी एकरूपता देने के लिए गाँव में रहने वाली समस्त आदिवासी समाज की जातियों में समान देजा और तोड़ रखने पर सहमति बनी।

कुरीतियों से मुक्ति का आह्वान:

ज्ञात हो कि ग्यारस खोपड़ी (ग्यारस के बाद) से शादियों का दौर शुरू होने वाला है और युवा लगातार D-3 पर काम करने हेतु गाँव में एक सकारात्मक माहौल बनाकर कुरीतियों को नियंत्रित करने की मुहिम चला रहे हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता निहाल चौहान ने दारू, अतिरिक्त डीजे और दहेज के दुष्प्रभावों को बताकर ग्रामीणों से सकारात्मक चर्चा की। उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि किस तरह अतिरिक्त खर्चों को बचाकर बहन-बेटियों और युवा दम्पति को गुजरात, महाराष्ट्र में मजदूरी करने से बचाया जा सकता है और कर्जे से मुक्ति पाई जा सकती है।

इस नेक पहल को सफल बनाने में ग्राम के सरपंच विजय जमरे, उप सरपंच रमेश उचवाले, बड़वा भीम सिंह रावत और समस्त ग्रामीणों ने मिलकर योगदान दिया। उन्होंने कसरावद ब्लॉक में होने वाली ऐसी सभी बैठकों का समर्थन करने की बात कही।

बैठक में जयस के युवा नेता पप्पू धार्वे, भीम सिंह धार्वे (जिला प्रतिनिधि), इंजीनियर शिवराम रावत, राहुल वास्कले सहित गाँव के अधिकारी-कर्मचारी और जागरूक युवाओं ने भी समर्थन किया।