बड़वानी |
आदिवासी समुदाय प्राचीन काल से अपनी जीवन शैली एवं अपनी संस्कृति के कारण संपूर्ण विश्व में अपनी अलग पहचान से जाना जाता है हमारे देश में आदिवासी समुदाय की कई उप जातियां पाई जाती है जो हमारी प्रकृति एवं अपनी संस्कृति को लेकर प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष तौर पर सतत विकास के आयाम को पूर्ण कर रहा है एवं हमारी जैव विविधता को भी बनाए हुए हैं बड़वानी जिला भी आदिवासी बाहुल्य जिलों में है जो अपनी संस्कृति एवं अपने खान-पान, अपने रहन-सहन, अपनी प्रकृति के प्रति अगाध निष्ठा से जाना जाता है इस क्षेत्र में अनुसंधान की अपार संभावनाएं हैं जो हमारे विद्यार्थियों को अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ा सकती है उक्त वक्तव्य भारतीय ज्ञान परंपरा के एक पक्ष “जनजाति ज्ञान परंपरा एवं संरक्षण प्रविधियां” पर आयोजित कार्यशाला में डॉ. देवाशीष देवनाथ (सीनियर प्रोफेसर ऑफ एंथ्रोपोलॉजी) के द्वारा पी.पी.टी. प्रेजेंटेशन के माध्यम से कही गई
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शाहिद भीमानायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य के मार्गदर्शन में आई.क्यू.ए.सी. प्रकोष्ठ के तत्वाधान में एक “अनुसंधान कार्यशाला” का आयोजन किया गया जिसमें आदिवासी समुदाय की संस्कृति पर गहन अध्ययन कर रहे डॉ. देवाशीष देवनाथ द्वारा विद्यार्थियों को रिसर्च के महत्व, उसके अवसरों एवं उसकी बारीकियों समझाया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्य डॉ वीणा सत्य ने विद्यार्थियों को अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ने व हमारे क्षेत्र की संस्कृति,प्रकृति ज्ञान व प्राचीन चिकित्सा व्यवस्था को जानने के लिए प्रेरित किया वहीं आई क्यों ए सी प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ आशा साखी ने आईसीएसएसआर जो कि भारतीय सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार का शीर्ष निकाय हैं के द्वारा जनजातीय ज्ञान परंपरा को संवर्धित एवं संरक्षित करने के लिए कई शोध कार्यो की जानकारी दी, कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक अधिकारी डॉ धीरज वर्मा,हिंदी विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ. के.एस. बघेल,डॉ रणजीत मेवाड़े,डॉ विशाल सेन,डॉ सुनीता सोलंकी,प्रो.ऋतु कुमरावत, अर्चना पिपलाद कैरियर सेल के विद्यार्थी एन.एस.एस.के विद्यार्थी एवं महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंदा यादव के द्वारा एवं आभार प्रदर्शन प्रो. अविनाश वानखेड़े के द्वारा किया गया, कार्यक्रम के अंत में कैरियर सेल के विद्यार्थियों के द्वारा बनाए गए हैंडमेड दिए मुख्य अतिथि को भेंट स्वरूप प्रदान किए गए





