रफीक कुरैशी
आलीराजपुर । स्थानीय मसीही समाज ने प्रभु यीशु मसीह का जन्मदिन क्रिसमस पर्व यानि बड़ादिन मुनरो चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन कर हर्षोल्लास के साथ मनाया । इस अवसर पर बड़ी संख्या मे समाज के बुजुर्ग, पुरुष, महिला और युवाजन मौजूद थे ।
प्रभु यीशु मसीह प्रेम, करुणा एवं सेवा के प्रतीक
पर्व के चलते मसीही समाजजन सुबह से ही उत्साहित नजर आए । बच्चे और युवाजन रंग-बिरंगे परिधानों में एकत्रित हुए और चर्च पहुंचकर विशेष प्रार्थना सभा आयोजन मे पहुंचे। प्रार्थना सभा को बड़वानी से आई रेवरेंट संध्या नेल्सन ने संबोधित करते हुए कहा कि आज बड़ा दिन है प्रभु यीशु मासीहा उद्धार करता के रूप में प्रकट हुए थे । उन्होंने गरीबों और दीन दुखियों के बीच में रहकर हमेशा भलाई का कार्य किया। उन्होंने पवित्र बाइबल के विभिन्न अध्ययों एवं पदों का उदाहरण देते हुए प्रभु यीशु मसीह के जन्म परिस्थितियों का एवं वहां के जनजीवन का बहुत सुंदर चित्रण किया। सामाजिक कार्यकर्ता एवं एडवोकेट सुधीर जैन ने कहा की प्रभु यीशु मसीह प्रेम, करुणा एवं सेवा के प्रतीक थे। उन्होंने हमेशा ही समाज के गरीब व जरूरतमंदों की सेवा स्वयं की एवं अन्य लोगो भी सेवा कार्यों के लिए प्रशस्थ किया। श्री जैन ने सभी मसीही समाजजनों को क्रिसमस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में बालिका रेत रेनवाल ने जिंगल बेल गीत की पियानो पर सुंदर प्रस्तुति दी। सभा के अंत में विशेष जन्म प्रार्थना भी की गई एवं गीतों का गायन भी किया गया। समाज के मीडिया प्रभारी प्रदीप अर्नोल्ड ने बताया की कार्यक्रम में कलीसिया की सूचनाओं के साथ आगामी आयोजित किए जाने वाले नववर्ष के कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गई। प्रार्थना सभा के बाद सभी पुरुषों महिलाओं ने एक दूसरों को क्रिसमस की बधाई और शुभकामनाएं दी । इसके पूर्व रात्रि को चर्च परिसर में घास फूस की एक सुंदर चरणी भी बनाई गई, जिसमें प्रभु यीशु मसीह का जन्म दृश्य का चित्रण किया गया था, रात्रि में 12:00 बजे प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन का केक काटा गया एवं आतिशबाजी कर रोल गीतों का गायन भी किया गया । इस अवसर पर भोपाल डायलिसिस के ट्रेजर एंगस क्लेमेंट पोस्ट्रेट चर्च कमेटी की सेक्रेटरी नलिनी माइकल, अनिल वास्केल, पूर्व प्राचार्य एडवर्ड सिंह, सुंदरसिंह रेनवाल, मिसाइल भाई, विंसेंट दास, प्रोस्टेट कमेटी के ट्रेजर हेराल्ड रेनवाल, एस्तर अमरा, पवन मेल्विन सहित समाजजन पुरुष, महिलाएं, युवक युवतियां, बच्चे बड़ी संख्या में मौजूद थे।




