बड़वानी। जिला अस्पताल में लंबे समय बाद मिले दो शव वाहन दो माह भी सुचारू रुप से नहीं चल पाए। दरअसल शासन से मिले दो में से जय अंबे इमरजेंसी सर्विस प्रा.लि. का एक शव वाहन का संचालन इस माह की पहली तारीख से बंद हो गया है। यह वाहन आयुष विंग के सामने खड़ा हैं। ऐसे में एक से अधिक शव होने की स्थिति में वाहन सुविधा में झोल नजर आ रहा हैं।
जानकारी के अनुसार एक शव वाहन बीते दो माह में 6 हजार 605 किमी चल चुका है। एकमात्र वाहन की शव को अस्पताल से ले जाने के लिए दम भर रहा है। यह वाहन जिला अस्पताल के साथ ही जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर भी दौड़ लगा रहा है। समय पर वाहन नहीं मिलने पर लोगों को अपने परिजन-परिचितों के शव ले जाने के लिए निजी वाहनों पर भी निर्भर होना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार अस्पताल में उपचार के दौरान किसी की मृत्यु होने पर परिजनों को शव को अपने गांव-नगर ले जाने के लिए 108 पर कॉल करना पड़ता है। वहीं चिकित्सक व स्टॉफ द्वारा 6269907250 नंबर दिया जाता हैं। जिस पर डेथ पर्ची सेंड करना होती है। इसके 2 मिनट बाद मृतक के अटेंडर के पास कॉल आता हैं। कई बार इस प्रक्रिया में 10 मिनट से भी अधिक समय लगता है। भोपाल स्तर से आईडी प्राप्त होने पर शव को संबंधित जगह ले जाया जाता है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए यह प्रक्रिया समझ से परे भी होती है।
बंद वाहन भी जल्द शुरू होगा
संबंधित कंपनी के डिस्ट्रिक मैनेजर कमलेश चौहान के अनुसार एक वाहन 1 अक्टूबर से बंद किया गया हैँ। इन वाहनों के संचालन में दो-दो पायलेट तैनात रहते है। प्रत्येक पायलेट 12-12 घंटे की ड्यूटी देता है। प्रतिदिन 4 से 5 केस आते है। दिन-रात के समय सूचना मिलने पर वाहन शव को निर्धारित स्थान पहुंचाते है। वाहन संचालन की दूरी केस पर निर्भर करती है। फिलहाल एक वाहन तकनीकी कारण से गत दिनों से बंद हैं। उसे जल्द ही शुरू किया जाएगा।
शासन से मिले दो शव वाहन, तकनीकी कारण से एक की सेवाएं ठप
-डिस्ट्रिक मैनेजर ने कहा- जल्द शुरू करेंगे संचालन



